बस्ती क्रिया में सावधानियाँ
- पानी शुद्ध होना चाहिए। अर्थात धुल, मिटटी ,लकड़ी ,कीड़े आदि की कोई अशुद्धि न हो।
- प्रारम्भ में नोली क्रिया का पूर्ण अभ्यास साधक को होना चाहिए।
- रबर की नली को गुदा में प्रवेश कराने से पहले गुदा द्वार पर ऊँगली से थोड़ा घी लगाना चाहिए।
- इस क्रिया को गुरु के निर्देशन में ही करना चाहिए।
- वर्तमान में वस्ति क्रिया प्रचलन में नहीं है आज वस्ति क्रिया की जगह आधुनिक एनिमा किया जाता है साधको के स्वम् के अनुभव के अनुसार यह स्पष्ट है की योगियों की वस्ति क्रिया एनिमा से अत्यंत श्रेष्ट है क्यों??
- ये एक ऐसा प्रश्न है की इसे गोपनीय रखने का प्रावधान योगियों ने किया है। जब कोई साधक दीर्ध काल तक इसका अभ्यास करता है तो उसे स्वम् ही अनुभव हो जाता है।
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